हर साल की भांति इस वर्ष भी बृहस्पतिवार 31 अक्टूबर को फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है। हालांकि इस साल अभी तक घाटी में 19,436 पर्यटक पहुंचे, जिसमें 330 विदेशी पर्यटक भी शामिल रहे। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से पार्क प्रशासन की आय भी अच्छी हुई।
वन प्रभागीय अधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया कि इस साल प्रकृति प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी है, जिससे विभाग को अच्छी खासी आय हुई है। कांडपाल ने बताया कि फूलों की घाटी बंद रहने के दौरान प्रशासन की एक रेकी टीम समय-समय पर घाटी का दौरा करेगी। 12,500 फीट की ऊंचाई पर 87.5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली फूलों की घाटी वनस्पतियों और जीवों, जड़ी-बूटियों, तितलियों और जंगली जानवरों का ठिकाना है, जिनमें गुलदार, हिम तेंदुआ, मोनाल, कस्तूरी मृग और ब्लैक बीयर शामिल हैं। इस स्थल को 2005 में यूनेस्को विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित किया गया था।