
सहकारिता विभाग 3 अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक सभी 13 जनपदों में सहकारी मेलों का आयोजन करेगा। विशेष थीमों पर आधारित मेलों में किसानों, काश्तकारों, कारीगरों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय का अवसर मिलेगा, साथ ही विभागीय एवं अंतर्विभागीय योजनाओं का प्रदर्शन और प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा। इन मेलों का मकसद स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ ही ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा देना है।
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि इन सहकारी मेलों से जहां एक ओर ग्रामीण आर्थिकी को नई दिशा मिलेगी तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय उत्पादों को व्यापक पहचान और प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने बताया कि मेलों में स्थानीय सांसद, क्षेत्रीय विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निकायों के अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, सहकारिता आंदोलन से जुड़े व्यक्ति और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि प्रत्येक जनपद में आयोजित होने वाले इन मेलों की अलग-अलग थीम होगी। जिसमें अल्मोड़ा जनपद में सहकारिता से हस्त शिल्प संरक्षण थीम पर मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें जैविक उत्पाद, स्थानीय कला, ऊनी उत्पाद का प्रदर्शन किया जायेगा।
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के सभी 13 जनपदों में सहकारिता मेले लगाये जाएंगे। अल्मोड़ा में 3 से 7 अक्टूबर, पौड़ी में 7 से 13 अक्टूबर, बागेश्वर में 13 से 17 अक्टूबर, रुद्रप्रयाग में 24 से 28 अक्टूबर, पिथौरागढ़ में 29 अक्टूबर से 2 नवम्बर, चमोली में 3 से 7 नवंबर, चम्पावत में 14 से 20 नवंबर, उत्तरकाशी में 15 से 19 नवंबर, नैनीताल में 25 नवंबर से 1 दिसंबर, हरिद्वार में 2 से 8 दिसंबर, ऊधमसिंह नगर में 6 से 12 दिसंबर, टिहरी में 13 से 19 दिसंबर, देहरादून में 20 से 26 दिसंबर तक मेलों का आयोजन होगा।