उत्तराखंड

उत्तराखंड में कोरोना: मंगलवार को मिले 12 नए संक्रमित, 150 से कम हुई सक्रिय मरीजों की संख्या

 

उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 12 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 10 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 150 से कम पहुंच गई है। प्रदेश में 149 सक्रिय मरीज हैं

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को 14628 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। छह जिलों बागेश्वर, चमोली, नैनीताल, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, अल्मोड़ा में दो, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में एक-एक व देहरादून में पांच संक्रमित मरीज मिले हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343596 हो गई है। इनमें से 329946 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7395 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.03 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.08 प्रतिशत दर्ज की गई है।

टीकाकरण की रफ्तार हुई कम, प्रतिदिन का लक्ष्य बढ़ा

उत्तराखंड में पिछले 10 दिनों में कोविड टीकाकरण की रफ्तार कम हुई है। 13 से 22 सितंबर के दौरान हुए वैक्सीनेशन की तुलना में 23 सितंबर से 2 अक्तूबर के बीच हुए वैक्सीनेशन में करीब 50 प्रतिशत की कमी आई है। दिसंबर तक लक्ष्य पूरा करने के लिए अगले 90 दिन में प्रतिदिन 61605 टीके लगाने होंगे।

सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन की ओर से लक्ष्य की तुलना में टीकाकरण की स्थिति का विश्लेषण किया जा रहा है। संस्था की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 2 अक्तूबर तक राज्य में 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के 73.72 लाख लोगों को पहली डोज और 31.84 लाख को दोनों डोज वैक्सीन दी जा चुकी है। यानी अब तक कुल 1.05 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोविड वैक्सीन की जरूरत वाले 18 से 44 वर्ष के लोगों की संख्या 49,34,219 और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या 27,95,247 है। इसके अलावा राज्य में रजिस्टर्ड हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या 1,28,002 और फ्रंट लाइन वर्कर्स की संख्या 1,93,216 है। यानी कुल 80,50,684 लोगों का वैक्सीनेशन किया जाना है। हर व्यक्ति को दो डोज के हिसाब में राज्य में वैक्सीन की कुल 1.61 करोड़ डोज दी जानी हैं।

एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए अब 90 दिन का समय बाकी रह गया है। पिछले 10 दिनों में अपेक्षाकृत कम वैक्सीनेशन होने से अब प्रतिदिन दी जाने वाली डोज का लक्ष्य 61605 हो गया है। प्रदेश में 23 सितंबर से 2 अक्टूबर तक राज्य में 3.97 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई गई।

दूसरी डोज के लिए सरकारी अस्पताल में करें संपर्क

कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने के बाद यदि आपके मोबाइल पर दूसरी डोज लगाने के लिए कोई संदेश नहीं आ रहा है तो चिंता न करें। निर्धारित समय बीत जाने के बाद आप ऋषिकेश के एसपीएस राजकीय चिकित्सालय परिसर में संचालित कोविड अस्पताल में संपर्क कर सकते हैं। जिन दिव्यांगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगनी है और वे अस्पताल में नहीं आ सकते वे लोग भी सरकारी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों से मोबाइल पर संपर्क कर उन्हें अपने घर पर बुला सकते हैं।

कोविड अस्तपाल में तैनात नर्सिंग ऑफिसर राहुल सक्सेना ने बताया कि कई लोग ऐसे हैं। जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगा दी है। लेकिन दूसरी डोज लगाने के लिए उनके मोबाइल पर कोई संदेश नहीं आया है। जिसके चलते वे लोग दूसरी डोज लगाने से वंचित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है। जिन लोगों को कोविशील्ड की पहली डोज लगाए हुए 82 दिन, और जिन लोगों को कोवाक्सिन की पहली डोज लगाए हुए 28 दिन हो गए हैं वे लोग कोविड अस्पताल में आकर दूसरी डोज लगा सकते हैं। आपको मोबाइल पर मैसेज का इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

 

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