दो सितंबर का दिन मसूरी के इतिहास का काला दिन माना जाता है। सीएम धामी ने मसूरी गोली कांड की 30वीं बरसी पर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के दौरान बलिदान देने वाले शहीदों को नमन किया।
गोलीबारी इतनी भीषण और आंदोलनकारियों को लक्ष्य बनाकर की गई थी कि इसमें 2 महिला और 4 पुरुष राज्य आंदोलनकारी शहीद हो गए। एक पुलिस अधिकारी की भी मौत हो गई।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य निर्माण के लिए शहीदों द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान अविस्मरणीय है। हमारी सरकार शहीद आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप सशक्त व समृद्ध उत्तराखण्ड निर्माण हेतु सतत क्रियाशील है।