उत्तराखंड देहरादून के खलंगा आरक्षित वन क्षेत्र में अब पेड़ो को नहीं काटा जाएगा। इस क्षेत्र में करीब दो हजार पेड़ों को काटकर सौंग बांध की पेयजल परियोजना का निर्माण कार्य प्रस्तावित था। इस परियोजना के लिए अब मालदेवता के निकट कनार काटा गांव में भूमि चिह्नित की गई है।
पर्यावरण प्रेमियों के भारी विरोध के चलते, CM पुष्कर सिंह धामी के आदेशों के बाद खलंगा रिजर्व फॉरेस्ट के पेड़ नहीं काटने का निर्णय लिया गया है। पेयजल निगम ने इस क्षेत्र को छोड़ दिया है और अब देहरादून के मालदेवता के निकट कनार काटा गांव में भूमि चिह्नित की गई है।
सौंग बांध की पेयजल परियोजना के लिए खलंगा रिजर्व फॉरेस्ट में पेड़ों पर निशान लगाए गए थे, जिसके बाद पर्यावरण प्रेमी विरोध में उतर आए थे। यहां करीब 2000 पेड़ काटे जाने थे।
भारी विरोध के बाद, पेयजल निगम ने इस जमीन पर अपना दावा छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद, पेयजल निगम ने अब राजधानी देहरादून में कनार काटा गांव के स्थान को चिह्नित किया है। बताया गया है कि क्षेत्र में वन भूमि का हस्तांतरण जल्द किया जाएगा।