भारत का विश्व विजेता बनने का ख्वाब एक बार फिर अधूरा रह गया। लगातार 10 मैच जीतकर यहां तक पहुंची टीम इंडिया ने फाइनल में घुटने टेक दिए। 2003 की तरह एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया विश्व विजेता बना और रिकॉर्ड छठी बार ट्रॉफी अपने नाम करने में कामयाब रहा। भारत ने सभी विकेट खोकर 240 रन बनाए थे।
जम्मू-कश्मीर में बड़ा हादसा: ITBP की बस खाई में गिरी, 6 जवान शहीद
शुरुआत में 3 विकेट जल्दी गिरे तो लगा कंगारू दबाव में आ जाएंगे,लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ट्रैविस हेड (120 गेंद में 135 रन, 4 छक्के, 15 चौके) और मार्नस लाबुशेन ने मैदान पर टिककर मैच को एकतरफा कर दिया और इस तरह से दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में 140 करोड़ भारतीयों को दिल टूट गया।
ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और इसके तीन बल्लेबाज़ केवल 47 रन पर आउट हो गए,लेकिन इसके बाद ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए।