केदारनाथ यात्रा मार्ग रुद्रप्रयाग में 2 दिन में 14 घोड़े-खच्चरों की मौत, 24 घंटे की रोक

केदारनाथ पैदल मार्ग पर दो दिन के अंदर 14 घोड़ा खच्चरों की मौत हो चुकी है, दरअसल 4 अप्रैल 2025 से एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की शिकायत मिलने के बाद घोड़े-खच्चरों के परीक्षण का काम शुरू हुआ।
पशुपालन सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने हालांकि 14 घोड़े खच्चरों की मौत का कारण एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस को मानने से इनकार किया है। उनका कहना है कि केंद्र से हरियाणा के हिसार से एक विशेष टीम जांच के लिए आ रही है। उस टीम की जांच के बाद ही 14 घोड़े-खच्चरों की मौत का राज खुल सकेगा।
पशुपालन सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम खुद अपनी टीम के साथ रुद्रप्रयाग पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम धामी ने सख्त संदेश दिया है कि इस मामले में बेहद सतर्कता बरती जाए और स्थिति को काबू में किया जाए। पशु पालन ने युद्ध स्तर पर कार्रवाई की है। 26 दिन में 16 हजार घोड़े-खच्चरों की स्क्रीनिंग की गई।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे पैदल चलने के साथ पालकी और डंडी-कंडी से यात्रा करें। केदारनाथ यात्रा में आवागमन और सामान ढोने के लिए घोड़े-खच्चरों का संचालन करने वाले पशु संचालकों को कड़ी हिदायत दी गई है कि इन 24 घंटों में यात्रा मार्ग पर अपने पशुओं का संचालन नहीं करे।