
हरिद्वार में कलयुगी मां ने अपनी ही दो जुड़वां बच्चियों को गला दबाकर मार दिया था। मासूम बच्चियों का कसूर बस इतना था कि वो रोती थीं। मां ने अपना जुर्म कबूलते हुए पुलिस को बताया कि वो लगातार बच्चियों के रोने से परेशान थी। जिस वजह से उसने ये कदम उठाया है।
सवा साल पहले प्रेम विवाह होने के बाद छह माह पहले शुभांगी ने दो जुड़वा बेटियों को जन्म दिया था। पहले आर्थिक स्थिति और फिर दो जुड़वा बेटियों के जन्म के बाद देखरेख करने को लेकर भी परेशानी बढ़ गई।
इसको लेकर उसके अंदर चिढ़चिढ़ापन बढ़ गया। वारदात वाले दिन बच्चियों के लगातार रोने पर उन्हें चुप कराने के उसने कई जतन किए। जब मासूम बेटियां चुप नहीं हुई और रोती ही रहीं तो मां ने झल्लाहट में आकर पहले उन्हें रजाई से दबाया फिर चुन्नी से गला कसकर उन्हें हमेशा के लिए खामोश कर दिया।
जिससे चिकिसकों को शक हुआ और मामले की सूचना पुलिस को दी गई। बच्चियों के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर बच्चियों की मां को हिरासत में लिया। महिला ने सख्त पूछताछ में अपना जुर्म कबूल लिया। महिला ने बताया कि उसका अपने पति से भी किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। पति से बदला लेने के लिए उसने बच्चियों को मौत की नींद सुला दिया।