
भारी बारिश और भूस्खलन से मसूरी में कई जगह सड़कें टूट गई थी। इसके अलावा शिव मंदिर के पास पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया था। इस वजह से मसूरी में करीब दो हजार पर्यटक फंस गए थे हालांकि रोड को सही कर 48 घंटे में टूटे हुए पुल की जगह बेली ब्रिज बनाकर मसूरी-देहरादून रोड को आवाजाही लायक बनाया गया। इसके बाद ही मसूरी में फंसे पर्यटकों को भी वहां से निकाला गया।
देहरादून-मसूरी मार्ग जो पर्यटकों और स्थानीयों के लिए सबसे अहम सड़कों में से एक है, अब दोबारा खुल गया है मगर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर रात में इस मार्ग पर आवाजाही पर रोक लगा दी है। अब इस रोड पर केवल सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही आवागमन की अनुमति होगी….जबकि रात 7 बजे से सुबह 6 बजे तक मार्ग पूरी तरह बंद रहेगा।
प्रशासन ने साफ किया है कि भारी और बड़े वाहनों को मसूरी जाने की अनुमति बिल्कुल नहीं होगी, केवल छोटे वाहनों और सार्वजनिक परिवहन को ही तय समय सीमा में चलने दिया जाएगा। मसूरी को पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता है। हर साल लाखों सैलानी यहां घूमने आते हैं, लेकिन बीते दिन हुई बारिश से मसूरी को भी नुकसान पहुंचा है।
प्रशासन का कहना है कि लगातार हो रहे भूस्खलन सड़क धंसने और घने कोहरे के चलते रात के समय हादसे का खतरा कहीं ज्यादा होता है। ऐसे में यह फैसला यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।