भारत और उज्बेकिस्तान के बीच दस दिवसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास का शुभारंभ हुआ है। यह सैन्य अभ्यास उत्तराखंड के रानीखेत के चौबटिया में शुरू हुआ है। इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का नाम “डस्टलिक -2” रखा गया है। संयुक्त सैन्य अभ्यास का पहला संस्करण नवंबर 2019 में ताशकंद में हुआ था।
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इस संयुक्त युद्धाभ्यास का उद्देश्य सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। संयुक्त सैन्य अभ्यास 20 फरवरी से पिथौरागढ़ सैन्य क्षेत्र में शुरू होगा जो पांच मार्च तक चलेगा। इसमें दोनों देशों के 45-45 जवान प्रतिभाग करेंगे। सेना से मिली जानकारी के अनुसार इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों के सैनिक अपने-अपने कौशल और अनुभव को साझा करेंगे। दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां पहाड़ी, ग्रामीण या फिर शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने का अभ्यास करेंगी।
इस संयुक्त अभ्यास से दोनों देशों के सैन्य संबंधों को मजबूती मिलेगी। बताया जा रहा है कि इसमें दोनों देशों के 90 जवान शामिल होंगे। इससे पहले वर्ष 2019 में पिथौरागढ़ में भारत और कजाकिस्तान का जबकि वर्ष 2021 में भारत और नेपाल की सेना के जवानों का संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था।