उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव में एक दलित युवक जब पूजा करने के लिए मंदिर में दाखिल हुआ तो कुछ लोगों ने जलती लकड़ियों से उस पर कथित तौर पर हमला कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार (12 जनवरी) को यह जानकारी दी।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक के बैनोल गांव निवासी अनुसूचित जाति के आयुष पुत्र अतर लाल बीते नौ जनवरी को अपने गांव के निकट ही सालरा स्थित कौंल महाराज (शिव मंदिर) के मंदिर में प्रवेश किया। बताया गया है कि इसी दौरान सवर्ण जाति के कुछ युवाओं ने मंदिर का गेट बंद कर दिया। इतना ही नहीं युवकों ने युवकों ने आयुष पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर उसकी पिटाई की और उसे जलते हुए अंगारों (कोयला) से दागा।
घटना की सूचना मिलने पर आयुष के पिता दस जनवरी को सुबह मंदिर में पहुंचे और आरोपी युवकों से बेटे को छोड़ने की गुहार लगाने लगे। जिस पर आरोपियों ने पिता के सामने भी आयुष को बेरहमी से पीटा और उसके कपड़े फाड़ कर नग्न कर डाला। खैर दोपहर बाद आयुष ने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से बचकर अपनी जान बचाई परंतु इस घटना से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिस पर परिजनों ने उसे मोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां से उसे हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है।
इस संबंध में आयुष के पिता अतर लाल की तहरीर पर पांच आरोपित युवक भग्यान सिंह, चैन सिंह, जयवीर सिंह, ईश्वर सिंह, आशीष सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है। मामला सामने आने के बाद उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने भी पुरोला के उपजिलाधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया गया है कि मामले की जांच के लिए मोरी पुलिस की एक टीम पीड़ित का बयान लेने देहरादून रवाना हो गई है। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पीड़ित को इतनी बुरी तरह पीटा गया है कि वह पुलिस को सौंपे प्रार्थना पत्र पर दाहिने हाथ से हस्ताक्षर भी नहीं कर पाया। उसने जैसे तैसे अपने बाएं हाथ से हस्ताक्षर किए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक पीड़ित युवक आयुष दसवीं पास है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। वह गांव में ही मेहनत मजदूरी कर अपना परिवार का भरण पोषण करता है। तहरीर मिलने पर पुलिस विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द आरोपित युवकों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।