सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान-दान के लिए पहुंच रहे हैं, सिल्ट आने के कारण गंगनहर बंद कर दी गई, जिससे गंगा घाटों में पानी कम हो गया और हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं को सिर्फ घुटनों तक ही पानी मिला। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या स्नान पर पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व होता है, इस अमावस्या पर स्नान, दान,पूजा-अर्चना कर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
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स्नान को लेकर प्रशासन ने मेला क्षेत्र को 11 सुपर जोन, 22 जोन, 42 सहायक जोनल और 93 सेक्टर में बांटा है। मेले में एक पुलिस अधीक्षक 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 32 सीओ, 242 एसआई व एएसआई, 1150 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षी, 11 कंपनी पीएसी, सात कंपनी सीपीएमएफ, 1360 रिक्रूट आरक्षी, दो एटीएस टीम की तैनात की गई है।
सबसे महत्वपूर्ण भीड़ की स्थिति को देखते हुए इसको डायवर्ट करने की जानकारी मिलना होता है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतें।सुरक्षा, शांति, कानून और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस एवं पीएसी बल नियुक्त किया गया है। 11 सुपर जोन में तीन बड़े सायरन ड्रोन से मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। पूरे मेला क्षेत्र में 333 सीसीटीवी लगाए गए हैं।