उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने कोटद्वार में खेल विभाग के सरकारी सहायक को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने बताया था कि पौड़ी की अंडर 19 पुरुष हॉकी टीम को राज्य स्तर पर प्रतिभाग के लिए पिथौरागढ़ ले जाया गया था।
शिकायतकर्ता जो कि हॉकी का प्राइवेट कोच है, जो दिंनाक 6/11/23 को जनपद पौड़ी की 14 सदस्यो हॉकी टीम को प्रतियोगिता मे प्रतिभाग करवाने हेतु पिथौरागढ ले गया। और टीम का आने जाने खाने का कुल व्यय चलीस हज़ार रुपए उसके द्वारा स्वयं किया गया। जिसका भुगतान खेल विभाग द्वारा 27/11/23 को नियमानुसार कर दिया गया। वहीं जनपद पौड़ी के खेल विभाग में नियुक्त सरकारी हॉकी कोच महेश्वर सिंह नेगी द्वारा उन चलीस हज़ार रुपए में से सतरा हज़ार रिश्वत के रूप में यह कह कर माँग की जा रही थी, कि अगर वह रिश्वत नही देता है तो आगे टींम को ले जाना का मौका शिकायतकर्ता को नही दिया जायेगा। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, तथा भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता था ।
इधर शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून द्वारा जाँच प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया। वहीं टीम ने नियमानुसार कार्यवाही करते हुए बुधवार को (खेल विभाग) कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल के हाँकी के सरकारी कोच महेश्वर सिंह नेगी निवासी रतनपुर कुम्भीचौड निकट एसबीआई बैंक थाना कोटद्वार को शिकायतकर्ता से 10,000/- रूपये (दस हजार रूपये) की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों शशिधर स्टेडियम गाड़ीघाट कोटद्वार में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है, उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। निदेशक सतर्कता डॉ0 वी0 मरुगेसन, द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।