सनातन धर्म के इस महापर्व में अस्त और उदय होते सूर्य की पूजा पूरे विधान से की जाती है। संतान के सुखी जीवन के लिए सूर्यदेव और छठी मैया की आराधना की जाती है। व्रतियों ने कल अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया था और आज उगते सूरज की उपासना की।
संतान के सुखी जीवन के लिए सूर्यदेव व छठी मैया की आराधना का चार दिवसीय महापर्व छठ मंगलवार से शुरू हो चुका है। देहरादून में कुल 22 छठ घाट हैं, जिनमें टपकेश्वर, चंद्रबनी, रायपुर, केशरवाला, गुल्लरघाटी, सेलाकुई, हरवंशवाला, रायपुर, मालदेवता, पुलिया नंबर-छह, प्रेमनगर, पथरीबाग, ब्रह्मपुरी छठ पार्क मुख्य हैं।
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया। महिलाओं ने छठी मईया की पूजा कर सूर्य देवता की आरती की। चारों ओर छठी मईया और सूर्य देवता के जयकारों की गूंज रही। इसके साथ ही उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने घर पहुंचकर कुलदेवता की पूजा की। इसके बाद प्रसाद खाकर 36 घंटे का निर्जला उपवास पूरा किया।