
देहरादून में सहस्त्रधारा कार्लीगाड क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटने से काफी नुकसान हो गया। कई दुकानें पानी की तेज धारा में बह गईं। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित इलाके में पहुंचा दिया है। इसके अलावा अब भी रेस्क्यू का काम चल रहा है। इस हादसे में कम से कम दो लोग लापता हैं।
मालदेवता में पुल की एप्रोच रोड टूट गई है। उफनाई नदियों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी उफान पर है। एसडीआरएफ ने नदी में फंसे तीन लोगों को रेस्क्यू किया है। वहीं, देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय मार्ग पर फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के नजदीक स्थित पुल क्षतिग्रस्त हो गया है।
रानीपोखरी और माजरी ग्रांट में नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। इसके सोंग व सुसवा नदी से भी बाढ़ जैसे हालत बने हुए है। वहीं देहरादून के प्रेमनगर स्थित देवभूमि कॉलेज के पास भी भारी वर्षा के कारण जलभराव हुआ है, इसलिए वहां पर SDRF की टीम को भेजा गया है। तीन लोग पानी में फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
टपकेश्वर मंदिर के नीचे से बहने वाली तमसा नदी भी रौद रुद्र में दिख रही है। बताया जा रहा है कि पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है। देहरादून के अलावा टिहरी जिले में बारिश से काफी नुकसान हुआ है। यहां भी भारी बारिश के बाद आपदा जैसे हालत बन गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, भारी बारिश और बादल फटने की घटना को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल फिलहाल बंद हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, “देहरादून के सहस्त्रधारा में कल देर रात भारी बारिश के कारण कुछ दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस मौके पर पहुँच गए हैं और राहत एवं बचाव कार्यों में लगे हुए हैं।