हरिद्वार : धर्मनगरी हरिद्वार में नील पर्वत पर मां चंडी देवी का मंदिर है। मंदिर में श्रद्धालुओं का रोजाना तांता लगा रहता है। मंदिर में जाने के लिए यात्री पैदल और रोप-वे से जाते हैं, लेकिन बरसात के दिनों में मंदिर पहाड़ पर होने से श्रद्धालुओं के लिए भूस्खलन के कारण खतरा बना रहता है। इसलिए प्रशासन की ओर से पैदल मार्ग पर लगातार नजर भी रहती है।
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कोरोना काल के बाद पहली बार मां चंडी देवी मंदिर की यात्रा को रोका गया है. बताया जा रहा है कि भूस्खलन की चपेट में पांच दुकानें भी आ गई हैं. बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही उत्तराखंड में 23 अगस्त को भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था. इसको लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट भी जारी किया था, जो सही साबित हुआ।
एसडीएम अजय सिंह और सीओ सिटी जूही मनराल ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ भूस्खलन के स्थल का जायजा लिया। पुलिस की ओर से प्रभावित दुकानों के चारों हिस्सों को रस्सी से सील कर दिया गया। एसडीएम अजयवीर सिंह ने बताया कि दुकानों के खाई के पीछे हुए हिस्से में भूस्खलन हुआ है। इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।