उत्तराखंड में पहाड़ों की रानी मसूरी शहर के गांधी चौक पर गाड़ी सड़क से हटाने को लेकर पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच विवाद हो गया। पर्यटक द्वारा स्थानीय लोगों के साथ मारपीट की गई। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने मसूरी पुलिस से कार्रवाई की मांग की है, लेकिन मसूरी पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों को ही धमकाने की बात सामने आई है।
उत्तरकाशी : सड़क से उतरकर खाई में पेड़ पर अटकी रोडवेज बस, 21 सवारियों की मची चीख-पुकार
वहीं गांधी चौक पुलिस चौकी इंचार्ज शोएब अली के सस्पेंड किए जाने की मांग की जा रही है। स्थानीय लोग मसूरी पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा कर रहे हैं। नारेबाजी राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगने के बाद सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने गांधी चौक पुलिस स्टेशन में की तोड़फोड़ भी की है। सूचना मिलने के बाद मसूरी कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को कोतवाली लेकर आए। 1 घंटे से लगे जाम को बड़ी मुश्किल से खुलवाया गया। जिसके बाद राहगीरों ने राहत की सांस ली है।
सूचना पर मौके पर पहुंचे मसूरी कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट, भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, ओपी उनियाल आदि ने लोगों को शांत कराया। रात तक दोनों पक्षों का कोतवाली में समझौता हो गया। पुलिस ने हंगामा करने और सड़क जाम करने पर दोनों पक्षों के लोगों का चालान किया।